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24 September, 2009

शुभ नवरात्र-मां को करें प्रसन्न-मां स्कंदमाता




नवरात्र के पांचवें दिन पूजा होती है स्कंदमाता की। मां का हर रूप शक्ति का रूप है और उनके हर रूप में बसे हैं हजारों चमत्कार। पांचवें दिन पूजा होती है मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता स्कंदमाता की। स्कंदमाता परम सुखदायी है। मां की भक्ति पाने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमों नम:

अर्थात

है मां! हे देवी जो सभी जगह विराजमान है और स्कंदमाता के रूप मे प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बारंबार प्रणाम है। हे देवी, हे मां, मुझे सभी पापों से मुक्ति प्रदान करो।

सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी।।

ये स्कंदमाता का ध्यान मंत्र है और आवाहन मंत्र

आवाहयामि आसनम समर्पयामि।।

स्कंदमाता देवी का दिन होता है नवरात्र का पांचवां दिन।

आपका अपना
नीतीश राज

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