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18 July, 2008

सबसे ख़तरनाक होता है...

(चे ग्वेरा)

सबसे ख़तरनाक होता है,
मुर्दा शांति से भर जाना
न होना तड़प का
सब सहन कर जाना
घर से निकलना काम पर
और
काम से लौटकर घर आना
सबसे खतरनाक होता है
हमारे सपनों का मर जाना।।

-अवतार सिंह पाश

1 comment:

  1. complete poetry of Paash in Hindi, English and Punjabi and much more about Paash is available at my blog on Paash at http://paash.wordpress.com

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