मेरे शब्द हैं मेरी कविता, मेरी कविता है मेरी रूह, और शब्दों में पिरो रहा हूं, अपने और अपने शब्दों की रूह।।
ab to nishan hee baki hain hamare leadron ko sharminda karne ke liye. narayan narayan
"अत्यन्त मार्मिक.."regards
यह निशान तो हमेशा याद रहेगा अब ...
अच्छी,सच्ची और दिल को छू लेने वाली रचना।
अत्यन्त मार्मिक कविता लिखी आप ने .धन्यवाद
पोस्ट पर आप अपनी राय रख सकते हैं बसर्ते कि उसकी भाषा से किसी को दिक्कत ना हो। आपकी राय अनमोल है।
ab to nishan hee baki hain hamare leadron ko sharminda karne ke liye. narayan narayan
ReplyDelete"अत्यन्त मार्मिक.."
ReplyDeleteregards
यह निशान तो हमेशा याद रहेगा अब ...
ReplyDeleteअच्छी,सच्ची और दिल को छू लेने वाली रचना।
ReplyDeleteअत्यन्त मार्मिक कविता लिखी आप ने .
ReplyDeleteधन्यवाद